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क्‍या हम सभी फंक्‍शन प्रयोग करते हैं डिजिटल कैमरे में डीएसएलआर कैमरों के मुकाबले कम फीचर होते हैं लेकिन डिजिटल कैमरे से कोई भी आसानी से फोटो खींच सकता है जबकि अगर आपको डीएसएलआर कैमरे में दिए गए फीचरों को एडजस्‍ट करना या उन्‍हें प्रयोग करना नहीं आता तो कभी कभी डीएसएलआर से अच्‍छी फोटो नहीं खीचीं जा सकती। अगर यूजर कंट्रोल के ऊपर बात करें साधारण तौर पर डिजिटल और डीएसएलआर कैमरे में रेज्‍यूल्यूशन, एक्सपोजर, मैक्रो मोड, फ्लैश के अलावा व्‍हाइट बैलेंस और सीन मोड फंक्‍शन होते हैं जिन्‍हें आप मैन्‍यूअली सेट कर सकते हैं। लेकिन ज्‍यादातर लोग डीएसएलआर कैमरा खरीद तो लेते हैं लेकिन लेंस को जूम इन और जूम आउट करने क अलावा वे ज्‍यादा कुछ फीचर नहीं यूज कर पाते।






यूजर कंट्रोल फोटो लेने से पहले कई सेटिंग्स की जाती हैं, जैसे रेजॉल्यूशन, मैक्रो मोड, फ्लैश, एक्सपोजर। आमतौर पर फोटोग्राफी की शुरुआत करते वक्त ये सब चीजें बहुत टेक्निकल लगती हैं और समझ में नहीं आतीं। अगर आप अपना पहला डिजिटल कैमरा खरीद रहे हैं, तो वह ऐसा हो जिसमें ये सारे कंट्रोल काफी आसान हों और ज्यादा सिर खपाई न करनी पड़े। फिर जैसे-जैसे सीखते जाएंगे, आप आगे भी बढ़ सकते हैं और वैसे कैमरे भी खरीद सकते हैं, जिनमें ये सब कंट्रोल मैन्युअली हैंडल कर पाएंगे। साइज कितना मायने रखता है भलें आपको शुरुआत में कैमरे के साइज से ज्‍यादा लेना देना न हो लेकिन कैमरा खरीदने के बाद उसे कैरी करने में काफी दिक्‍कतों का सामना करना पड़ता है। कॉम्‍पैक्‍ट कैमरे को आप कहीं भी आसानी से पॉकेट में या फिर बैंग में रख सकते हैं लेकिन एसएलआर कैमरों को कैरी करने के लिए बैंग या फिर प्रोटेक्‍शन की जरूरत पड़ती है।






मिररलेस कैमरा क्या है

हमारे किसी भी पाल्को रिकॉर्ड कर्ण के लिये हम कैमरा का इस्टमल कार्त है। फिर वाह चहे मोबाइल का कैमरा हो या फिर एक डिजिटल कैमरा हो आप को कही ना कबी डीएसएलआर कैमरा हां मिररलेस कैमरा के बायर मी सुना होगा। मिररलेस कैमरा अब नया आया है। डीएसएलआर कैमरा कफी पुराण है। लेकिन इस्मे भी का आलग अलाग मॉडल आते रहते है। हां यू काने की आईएसई या जिया आचा बनया जनता है। या इस्की क्वालिटी को या जिया आचा बनया जेट है।  आज हम पोस्ट है आपको बटायेज की डीएसएलआर कैमरा क्या होता है। या मिररलेस कैमरा क्या होता है। ये डोनो कैस काम करते है। इनमे से कोन सा जयादा बडिया कैमरा है। या किस्की गुणवत्ता जियादा है। हम आपको आज बताने वेले है। डोनो मी काय अंतर है में। हैम पोस्ट मुझे आपको सब कुच बताने वेले है। अगर आप जान चट्ट है। की कैमरा की खोज की कैमरा आविष्कार किसान या कबी किआ आप को हापरी याहू पोस्ट देख साकेत है






DSLR कैमरा क्या  है 

डीएसएलआर का मटकाब होटा है। डिजिटल सिंगल लेंस रिफ्लेक्स हां डिजिटल एसएलआर याहू कैमरा पुराण एसएलआर कैमरा का हाय नया संस्करण है। हां यू हां की उहे हाय आचे बनाने के लिये या इस्का ये संस्करण बनया गया है। याहू कैमरा जो पुराण एसएलआर कैमरा है। यूसी मैकेनिज्म पर डिजिटल इमेजिंग सेंसर के साथ काम कर्ता है।





मिर्रोरलेस  कैमरा 



मिरर-कम कैमरा को सीएससी भी कहता है। जिस्का पुरा नाम कॉम्पैक्ट सिस्टम Amera है। याह लैग बैग डीएसएलआर कैमरा के तारह हाय काम कर्ता है। लेकिन इस्मे कोई चलने योग्य लेंस नही होता है। ईसी वाजा से इसे मिरर-कम कैमरा कहा जाता है। आप निके दी गाय फोटो से देख साकेत है। डोनो कैमरा मी क्या क्या अलाग हिया। टाइप के कैमरा मी सिधे छवि सेंसर पार शो होती है। जीस से इस्मे ईवीएफ का आईस्टमल किता जनता है। ताकी आप छवि को अपनी स्क्रीन पार देख साक।





डीएसएलआर या मिररलेस कैमरा  में अंतर 

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डीएसएलआर कैमरा मिरर-कम कैमरा से बाडा होटा है। या उस्का भार भी जयादा होता है। आकार या वजन के हिसाब से मिरर-कम कैमरा सबसे बदिया है। डीएसएलआर मी फेज डिटेक्शन टेक्नोलॉजी का आईस्टमल की जाता है। जकी वाजा से ऑटो फोकस आसानी से या फास्ट हो जाता है। दुसरी तराफ मिरर-कम कैमरा मी कंट्रास्ट आधारित डिटेक्शन टेक्नोलॉजी का आईस्टमल की जाता है। से याह कैमरा जनहा पर कंट्रास्ट जियादा होटा है। वही पार फोकस कर्ता है। लेकिन एडवांस्ड मिरर-कम कैमरा मी याहू डोनो विकल्प आपको मिल जयज वीडियो क्वालिटी मी मिरर-कम कैमरा सबसे बदिया मन जाता है। क्योनकी डीएसएलआर कैमरा मी वीडियो बैनेट टाइम ऑटो फोकस सिस्टम काम नही कर्त है। या मिरर-कम मी याहू साही तारिके से काम कर्ता है। जिस्की वाजहा से मिरर-कम कैमरा की वीडियो गुणवत्ता एची होती है। डीएसएलआर की बटररी मिरर-कम कैमरा से जयादा चल्ती है। क्योनकी इस्मे बीना स्क्रीन पर की भी है फोटो ली जा सक्ति है। लेकिन मिरर-कम मी आपको ईवीएफ का आईस्टमल कर्ण पद्ता है। जिस्की वाजहा से बटररी ख्रचधा जाति है।








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